




अपने धार्मिक अनुष्ठानों को
पवित्र और मंगलमय बनाए
अनुभवी पंडितजी उपलब्ध — पूजन, हवन, विवाह एवं अन्य संस्कार।
परंपरा, शुद्धता और आस्था के साथ।
🙏 पं. विमल शास्त्री जी महाराज 🙏
⭐ ज्योतिष एवं कर्मकांड विशेषज्ञ ⭐
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धार्मिक और आध्यात्मिक अनुष्ठान में पूर्ण भक्ति, शुद्धता और अनुभव के साथ मार्गदर्शन करने वाले विशेषज्ञ पंडित।

सत्यनारायण कथा
सत्यनारायण कथा भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। इस कथा के आयोजन से घर-परिवार में सुख-शांति, समृद्धि और सौभाग्य की वृद्धि होती है। श्रद्धा एवं भक्ति से कथा श्रवण और प्रसाद ग्रहण करने से जीवन के संकट दूर होते हैं और सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।

रुद्राभिषेक
रुद्राभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करने का सर्वोत्तम अनुष्ठान है। इसमें शिवलिंग पर जल, दूध, घृत, मधु आदि पंचामृत से अभिषेक कर वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। यह पूजा जीवन से सभी दुख, भय और संकटों को दूर करती है। रुद्राभिषेक से घर-परिवार में सुख-शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है तथा भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।

महा मृत्युंजय जाप
महा मृत्युंजय मंत्र जाप अमरत्व और स्वास्थ्य की कामना हेतु अत्यंत प्रभावी साधना है। इस जाप से आयु वृद्धि, रोग निवारण और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। यह अनुष्ठान अकाल मृत्यु के भय को दूर कर व्यक्ति के जीवन को मंगलमय बनाता है। महा मृत्युंजय मंत्र का जाप भगवान शिव की कृपा दिलाकर आत्मिक शक्ति और दीर्घायु प्रदान करता है।

ग्रह प्रवेश वास्तु पूजा
ग्रह प्रवेश वास्तु पूजा नए घर या कार्यालय में प्रवेश करने से पूर्व की जाने वाली अत्यंत शुभ विधि है। यह पूजा वास्तुदोष और नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर वातावरण को पवित्र बनाती है। मंत्रोच्चारण, हवन और कलश पूजन के साथ यह अनुष्ठान घर में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और सौभाग्य का प्रवेश कराता है। ग्रह प्रवेश पूजा से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में शांति व मंगल का वास होता है।

यज्ञ हवन अनुष्ठान
यज्ञ हवन अनुष्ठान वैदिक परंपरा का अत्यंत पवित्र कर्म है। इसमें अग्नि देव को आहुतियाँ अर्पित कर देवताओं का आवाहन किया जाता है। यह अनुष्ठान वातावरण को शुद्ध करता है, नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश करता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि एवं शांति का वास सुनिश्चित करता है। यज्ञ से मन, वाणी और विचार पवित्र होते हैं और परिवार को दैवीय आशीर्वाद प्राप्त होता है।

देव प्राण प्रतिष्ठा
देव प्राण प्रतिष्ठा मूर्ति या विग्रह में देव शक्तियों को विधिवत स्थापित करने का विशेष अनुष्ठान है। इसमें वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजन के माध्यम से देवताओं का आवाहन कर मूर्ति को प्राणमय किया जाता है। इस अनुष्ठान से मंदिर या गृहस्थ स्थान पर दिव्यता और पवित्रता का वास होता है। श्रद्धालुओं को देव कृपा, आत्मिक शांति, समृद्धि एवं आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।

दुर्गा पाठ
दुर्गा पाठ माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्तम साधन है। इसके माध्यम से जीवन में साहस, शक्ति और आत्मविश्वास की वृद्धि होती है। यह पाठ शत्रु बाधाओं, रोग-व्याधियों और संकटों को दूर कर घर-परिवार में सुख-शांति एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। माँ दुर्गा की स्तुति से घर-परिवार में समृद्धि और दिव्यता का स्थायी वास होता है।

गृह शांति
गृह शांति पूजा घर के वातावरण को पवित्र और शुभ बनाने का महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। इसमें ग्रहों की शांति और देवताओं की कृपा हेतु वैदिक मंत्रों के साथ पूजन और हवन किया जाता है। इस पूजा से परिवार पर आने वाले संकट दूर होते हैं, ग्रहदोष शांत होते हैं और घर में सौभाग्य, समृद्धि एवं सुख-शांति का स्थायी वास होता है।

बगलामुखी हवन जाप पूजा
बगलामुखी हवन जाप पूजा माँ बगलामुखी को समर्पित है, जिन्हें शत्रु बाधा निवारण और विजय की देवी कहा जाता है। इस अनुष्ठान में हवन और मंत्र जाप के माध्यम से नकारात्मक शक्तियों का नाश किया जाता है। यह पूजा व्यक्ति को न्याय, विजय, आत्मबल और आत्मविश्वास प्रदान करती है। माँ बगलामुखी की कृपा से शत्रुओं का दमन होता है और जीवन में सफलता प्राप्त होती है।

पितृ शांति एवं पितृ भागवत मूल पाठ एवं गरुण पुराण
पितृ शांति पूजा और गरुण पुराण पाठ पितरों की आत्मा की तृप्ति एवं शांति हेतु किया जाने वाला विशेष अनुष्ठान है। वैदिक मंत्रों और शास्त्रीय विधि से किया गया यह पूजन पितृदोष का निवारण करता है और पितरों की कृपा से परिवार में सुख-समृद्धि आती है। इससे संतान का जीवन मंगलमय होता है और घर में शांति एवं आशीर्वाद का प्रवाह होता है।

नवगृह शांति
नवगृह शांति पूजा जन्मकुंडली में ग्रहदोषों को शांत करने और जीवन से संकट दूर करने का उपाय है। इसमें सूर्य से शनि तक सभी नौ ग्रहों की आराधना एवं पूजन किया जाता है। यह अनुष्ठान व्यक्ति के जीवन में आ रही बाधाओं को दूर कर भाग्य को प्रबल बनाता है। इससे स्वास्थ्य, धन, वैभव और पारिवारिक सुख-शांति की प्राप्ति होती है।

मंगल भात पूजा
मंगल भात पूजा विवाह और शुभ कार्यों की सफलता हेतु किया जाने वाला पवित्र अनुष्ठान है। इसमें कुलदेवताओं एवं इष्टदेव का आवाहन कर घर के वातावरण को शुद्ध और मंगलमय बनाया जाता है। यह पूजन परिवार को दैवीय आशीर्वाद प्रदान करता है, दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि सुनिश्चित करता है और नए जीवन की शुरुआत को पूर्णतः मंगलमय और शुभ बनाता है।

काल सर्प दोष निवारण
काल सर्प दोष निवारण पूजा जन्मकुंडली में बने कालसर्प योग के दुष्प्रभाव को दूर करने हेतु की जाती है। इसमें भगवान शिव की विशेष पूजा और मंत्रोच्चारण किया जाता है। इस अनुष्ठान से जीवन में आ रही कठिनाइयाँ, बाधाएँ, आर्थिक संकट, रोग और मानसिक तनाव दूर होते हैं। भगवान शिव की कृपा से जातक को सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।

संगीतमय सुन्दरकाण्ड एवं रामायण पाठ
संगीतमय सुंदरकाण्ड एवं रामायण पाठ भगवान श्रीराम और हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने का दिव्य माध्यम है। भक्ति संगीत और सुंदरकाण्ड पाठ से वातावरण पवित्र होता है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। यह पाठ श्रद्धालुओं को साहस, शांति और सफलता प्रदान करता है। परिवार में सुख-समृद्धि एवं दैवीय आशीर्वाद का संचार होता है।

संगीतमय श्री मद भागवत कथा राम कथा
संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा एवं रामकथा का श्रवण जीवन को आध्यात्मिक दिशा प्रदान करता है। भक्ति संगीत के साथ भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराम के चरित्र वर्णन से मन, बुद्धि और आत्मा शुद्ध होती है। यह कथा श्रद्धालु के जीवन में भक्ति, आनंद और शांति का संचार करती है तथा जीवन को धर्म, सत्य और ज्ञान के मार्ग पर अग्रसर करती है।
समस्त धार्मिक अनुष्ठान एवं सोलह संस्कार वैदिक विधि से संपन्न कराए जाते है
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